Sunday, August 16, 2015

Nakshatra in Astrology

Most important part of astrology which now days on edge because astrologers and experts only talking about House/Sign but this is the Nakshatra  which comes before then sign and houses.  You can imagine this importance from my below example:

Almost 99 % astrologers and peoples using Vimoshatri Mahadasha system which comes from Nakshtara because on your date of birth where is moon , accordingly your nakshtra your 1st new mahadasa decided but when we comes on prediction part we are giving more importance to Sign which is completely wrong that’s  why prediction accuracy never comes upto the mark.

This is also one of the reason seller or broker of astrology presenting you different-different form of astrology from their name, totally against the Hindu Vedic Science. I will say those peoples only seller or broker of astrology not astrologer, which presents Nadi/Kp and bla bla bla astrology and claims that Vedic astrology not given importance to Nakshatra but this is totally wrong. In ancient vedic astrology completely depend on Nakshatra but  now days 2 minute maggy type astrologer only check signs/house and gives their prediction. This practice really very wrong and harmful for astrological world.


I am thankful to Krishnamurti paddhti to spreading awareness and importance of Nakshatra between astrologers again.

27 Nakshatras:

The nakshatras are one of the oldest references we have to astrology from the Rig Veda, dating back about 5,000 years ago. The nakshatras are like the zodiacal signs but more specific.
The nakshatras are divisions of 13 degrees 20 minutes starting from zero Aries and ending at 30 degrees of Pisces, 13.20 divided into the 12 signs is 27. The nakshatras are referred to as the lunar mansions because the Moon moves approximately 13.20 per day, therefore, reside in one nakshatra per day. The personal planet in which the nakshatra resides will reveal deep information about the individual in relation to the meanings of the houses (area of life), and what houses the planet rules.

Janamanakshtra is the Nakshatra in which the Natal Moon is placed at the time of birth. Janamnakstra gives an insight to one's thinking patterns, characteristics of the person and calculating the dasha period.

Check Consultation page and send mail for your Vedic Astrology Detailed Birth Chart for just 1100 INR & 50 $ for NRI.



For contact or consult me:



Regard’s,

Bhatt Prateek 


You may go through some other Articles:

Sunday, August 9, 2015

Thank You !

Thanks to all my visitors for immense love, 5 lakh visitors on my Blog/Website
धन्यवाद सलाम शुक्रिया पांच लाख का पंच देने के लिए
This is great journey, when i started my career as astrologer i never thinks this type of response and love from you peoples. I even cannot describe from words, how much love i received from you "Unbelievable Unconditional Unexpected " Thanks for this from bottom of my heart.
smile emoticon smile emoticon
You peoples (My visitor) always supports me lot and given me support and encouragement for  writing more and more. This is the reason still i cannot sit single minute without my laptop/phones because i know my friends are waiting for next article. 
smile emoticon
Thanks Again for your support, Journey continues ..... Share it and make it, No.1 Blog of astrology world.
Today i will share some of my thoughts which generally shares in Social media with all of you.
धीरे धीरे रे मन, धीरे सब कुछ होए
माली सींचे सो घरा ऋतू आये फल होए
वैसे ही ग्रह भी समय आने पर ही फल देंगे 
हर ग्रह की परिपक्व होने की एक उम्र होती है तभी वो फल देता है

सेवक, मातहत या गरीब को उचित मेहनताना देना या उसका ख्याल रखना बहुत ज़रूरी है क्योकि सेवक शनि है ज्योतिष में, और अगर खुश तो आप समझ ही सकते है वो कितना दे सकता है, लेकिन इससे भी ज्यादा उनकी सेवा से सूर्य खुश होते है क्योकि सूर्य दानी राजा है जिसका सारा प्रकाश जैसे बराबर में पूरी दुनिया लेती है वैसे ही वो अपनी प्रजा के सेवक को खुश देखना चायता है..... अब सेवक की किसी प्रकार की मदद से देव गुरु बृहस्पति अति प्रसन्न होते है ..क्योकि दान धरम उनका क्षेत्र है... अब सूर्य शनि गुरु अगर मेहरबान हो गए किसी भी कुंडली में किसी भी ग्रह की ताकत नहीं फिर आपको रोक ले आगे बढ़ने से या राज करने से.
वक़्त का इंतज़ार करना सीख लीजिये या वक़्त इंतज़ार करना सीखा देगा, क्योकि ये वक़्त ग्रहो का गुलाम है.. अच्छा चन्द्रमा वक़्त का इंतज़ार शांति से करवा देगा और ख़राब शांति से वक़्त काटने नहीं देगा(मानसिक अशांति)
आज कुछ और बेसिक्स : किसी भी ग्रह या घर की पूरी ताकत जानने के लिए अष्टकवर्ग के बिंदु देखना बहुत ज़रूरी है, जो की जल्दी में अक्सर लोग नज़रअंदाज़ करते है.... नक्षत्र/राशि/घर/योग देखने के बाद सटीक फल पाने के लिए इसे देखिये अपने आप सटीक फल निकल आएंगे.................... 
The Ashtakavarga system is a method of calculating the powers of the
planets or house without this we can not calculate correct power of planet.

कल वक्री शनि के बारे में बताया था .... गुरु की भी बात करते है.. जो लोग लीक से हटकर चलने वाले होते है, अपना रास्ता अलग बनाना चाहता है, ज्ञान की जगह धन को ज्यादा महत्ता देते है ..वह वक्री गुरु की श्रेणी मे आते है, कही कहा भी गया है - "लीक छोडकर तीनो चलें शायर शेर और सपूत", मतलब लेखक और शेर के साथ सपूत को भी जोडा गया है और यह तीनो ही लीक को छोड कर चलने वाले है।

Direct Saturn believe in receives order and implements that order accordingly to higher authority but retro Saturn will believe in give direction to others not believe to take directions.
वक्री शनि के बारे मे मै पहले भी बता चूका हु अपनी वेबसाइट में भी की मार्गी शनि आदेश से काम करने वाला होता है जो आदेश अधिकारी का हो उसे स्टेप दर स्टेप फॉलो करो, लेकिन वक्री शनि आदेश देकर काम करवाता है, ये मूल अंतर है शनि की वक्रता का कर्म क्षेत्र में

"Magic of Rahu-Ketu : We saw sometimes actor-actress suddenly enters in film world & gets easy success in short time and suddenly leave Film industry and join Spiritual path... For example Ashiqui girl "Anu Agarwal", today i saw "manish koirala","Mamta Kulkarni", Vinod Khanna etc ....Rahu is key planet for fashion and entertainment industry and gives easy success but parallel ketu other side try to pull in spiritual path because whenever Rahu strong in "certain sign" then you can find opposite sign of ketu also shows strongness, you can check this fact in any sign for example: Virgo rahu is very good other side Pisces Ketu also good,Libra Rahu gives good success then other side ketu also feels strong in aries.ketu also do their work here......Here Dahsa of Planet and role of Venus gives stability otherwise peoples turns in other path.

Magic of rahu-ketu part 2: These two planet how plays important role in Glamour industry, i explained you in last post.Now days we saw many spiritual peoples with big names also facing some charges or allegation.You can also apply same concept here, When you will highly spiritual because of strong ketu presence, for example if ketu in Pisces then again Virgo rahu will play materialistic role in your horoscope. Again i will say if these planet handles by others planet like Sun/Jupiter then it will control you otherwise Ketu will give spirituality growth but other side Rahu will pull you in materialism and will destroy your image because this is real player of wealth,women & wine which tarnish your image.

Whenever going for any prediction always check "Ascendant Nakshatra" and its lord placement in the chart, it will tell lot of things and overall life
आपका लग्न किस नक्षत्र में है और उसका स्वामी कुंडली में कहा बैठा इसका विश्लेषण ज़रूर करे कुंडली देखने के पहले !!!!!

ज्योतिषियों के पास सबसे ज्यादा व्यक्ति शनि राहु की दशा में आते है, इशारा साफ़ है एक तो १९ साल जैसे लम्बी दशा और इनका लम्बा कष्ट..... इन ग्रहो की महत्व और मार इतना समझने के लिए काफी है

राहु की दशा और राहु ल गांधी की दिशा ऊपर वाले के ही बस की बात है

किसी भी घर का फलादेश करते समय उसके अपोजिट सामने वाले घर का भी अध्ययन ज़रूर करे, क्योकि जैसे भावार्थ भवम का अपना महत्व है, वैसे ही प्रत्येक घर के अपोजिट घर भी एनर्जी बैलेन्स करने का काम करता है. और अगर कोई ग्रह वहां पर बैठा है तो ग्रह और उसकी दृष्टि बहुत ज़रूरी हो जाती है, जैसे लग्न ज़िन्दगी है तो उसके सामने वाला सातवा घर ज़िन्दगी का एक आधार या पिलर कह ले !!!!!
धोनी एक बहुत बड़ा उदहारण है, भाग्य के शक्ति प्रदर्शन का (महेंद्र सिंह धोनी का टेस्ट से संन्यास )!!!! एक टिकट कलेक्टर को फर्श से अर्श तक पंहुचा दिया, उनके साथी ने कहा वो अच्छा खेलता था लेकिन आउटस्टैंडिंग नहीं, लेकिन उसको ये नहीं पता था भाग्य ऑउटस्टैडनिंग खेलने वाला है

कमजोर बुध जितना शारीरिक श्रम उतना , 

शनि देव अपनी राशि गोचर में बदल चुके जिसके बारे में मैं आपको पहले बता चूका हु, आजकल मैं देझा रहा हु शनि क बारे में लोग अक्सर गलत व्याख्यान कर देते है..आज कुछ शनि देव के बारे में लिख रहा हु.
शनि देव की मुख्य पहचान है - धीरे मद्धम, देरी,जैसे कि मैं कहता आया हु(Slow but steady) । शनि के प्रभाव से जातक में आलस्य, धीरे से धैर्य पूर्वक कार्य देखने को मिलत| है लेकिन ये अपने कार्य में कुशल होते हैं। शनि कमजोर होने पर लोग एक काम को ज्यादा देर तक नहीं कर पाते है. शनि प्रधान जातक नियम या सिद्धांतो को साधारत्या पालन करते है अगर राहु का असर उस पर नहीं है.
चम़डे पर शनि देव का अधिकार है। इसलिए श्मशान, मरणोपरांत कर्मकाण्ड,चमड़ा कारोबार, कोयला और मृत देह सब शनि के अधिकार में हैं।
कष्टों बार-बार होना या उनकी अति हो जाना इसके कारण भी शनि हैं। शनि दशाओं में अथवा साढ़ेसाती या ढैया में जातक को तपाता रहता है, और खरा सोना बनाने की कोशिश करता है अगर शनि अच्छा है तो आखिर में बहुत देकर भी जाता है. शनि से प्रभावित व्यक्तियों को दाढ़ी-मूछ का शौक होता है। शनि के जातक नौकरी में जयादा सफल होते है, इनको नपुंसक माना गया है, इसलिए मैं इनको इससे जोड़ता हु की ये आदेश देने से ज्यादा आदेश लेने में और उसका सत्यता से पालन करते है. अगर सूर्य या बृहस्पति मजबूत होहकर शनि पर प्रभाव रखते है तो ये आदेश की पूर्ति पूरी ईमानदारी से करते हैं पर प्रारंभिक अवस्था में आदेश देने में कतराते हैं।शरीर का दुबला और लम्बा होना, शरीर की अपेक्षा टाँगों का अधिक लम्बा होना. चमड़ा, चर्म रोग, लेबोरेटरी, बदबूदार जगह, ये सब शनि के ही विषय हैं। अघोरी, फक्कड़, नीचे की जाती से इनका लगाव होता है,अपने से नीची कर्मो वाले लोगो से मेल-जोल, तेल और उससे सम्भन्धित विषय , विष, अज्ञातवास, अपनों से दूरी, दूत या गुप्तचर, चोरी और मन की कठोरता, खण्डहर,अँधेरे वाले स्थान ये विषय शनिदेव के हैं।

Long back i written 11 house is most important house why?
All planets are beneficial in 11 house, This is only house which consider Very good for all planets even 9th house one of the most important house but some cruel planet not consider good there.Moon in 11 promises success in a horary chart also .Same logic with Astakwarg more point in 11 from 10 means more fruits(Gains) of your karmas.
११ घर एक ऐसा घर जहां हर ग्रह को अच्छा मानते है.९ घर अच्छा होने के बाद भी कुछ क्रूर ग्रह इसमें अच्छे नहीं माने जाते लेकिन ११ में सब फिट और हिट है ...होरय चार्ट में भी ११ चन्द्रमा सफलता दर्शाता है , और अस्तकवर्ग में भी १० घर से ज्यादा बिंदु ११ में शुभ मने जाते है ...

राहु का रहस्य:: इबोला रहस्य्मयी बीमारी (IBOLA)राहु की महत्ता इतनी ज्यादा क्यों है? आपके जीवन(रोजमर्रा में प्रयोग होने वाली चीज़े) और उससे जुड़े हुए उदोयोगो में भी इसका खासे प्रभाव है. आज फूल, एल्युमीनियम के बर्तन ढूंढे ही मिलेंगे और चांदी में खाना सबकी बस की बात नहीं, तो बचा स्टील जो की राहु के प्रभाव में आता है.इसका मतलब ये हम चारो ओर आजकल राहु से घिरे हुए है. राहु आपके किचन से लेकर बैडरूम तक पहुंच चुका है ..राहु रहस्य है इसके कारन ही पृथ्वी के गर्भ से निकलने वाली चीज़ो में इसका प्रभाव कहा गया है. खान एवं खनन उद्योग एवं पैट्रोलियम उद्योगों पर भी इसका प्रभाव है. राहु सौंदर्य,इत्र की सामग्री बनाने में विषेश स्थान रखता है. आजकल शेयर मार्किट और सत्ता का चस्का भी लोगो को घेरे हुए है.यह भी राहु का जलवा. राहुदेव का जहरीला विष, विषैले पदार्थ, रसायन, विषैले कीटनाशक पदार्थ आदि से गहन संबंध हैं. और आजकल चिकित्सा के क्षेत्र में दवाओ के निर्माण में इसकी उपयोगिता आप देख ही रहे है। नये रोगों ( इबोला ) का जन्म हो रहा है और नई-नई दवाओ का निर्माण। फसलों में प्रयोग होने वाले रसायन कीटनाशक उर्वरकों का निर्माण भी विषैले पदार्थो से ही होता है, इसलिए सभी प्रकार के फार्मास्यूटिकल उद्योग और उनकी तकनीक में राहुदेव का प्रभाव हैं। अब बात कर लेते है चका-चौंध के दुनिया की बॉलीवुड,मीडिया, मॉस कम्युनिकेशन की बात करते हैं जिसका प्रभाव आप देख ही रहे, मीडिया कैसे राजा को रंक और रंक को राजा बना रहा है आजकल.

Earthy sign in 2nd and 11th gives wealth, and exalted planets in earthy sign such as moon, mercury gives big amount wealth...Neech-bhanga raja yoga in a earthy sign will give you sudden wealth.

Mars & Saturn shows high ambition, never died attitude they are contributing for accumulating wealth, for accumulation we need energy,potential and ambition.The condition of Saturn and Mars in the chart, in order to determine the native's wealth,land/property and ambition. (Sun also plays vital role in ambition)

Sun-Mars conjunction, most fiery planet conjunction makes native fiery and extrovert. This combination makes the person more proactive and action oriented.They cannot sit on same place for long time, Sitting without anything to do, can be the worst punishment for such a person. If they got correct right path or career in the life then they can reach extremely high authoritative position. Otherwise this combination gives frustration, dissatisfaction and irritate nature as well. They do better where they are their own bosses or run organization with their ideas. If that energy will not burn in right place then may be some health related issues also.They become frustrating easily because of extra energy of both fiery planet.I will describe more this topic in my next proposed articles series because this is just piece of chunk, i think i need to tell you more on the same.

Relationship (good or bad) with your parents and family then check Sun/Moon/Jupiter ....... Sun is strong then one will never be mean or untrustworthy, sun is life or our identity/principle. Moon is man(mind) gives thoughts and emotions for family and Jupiter is regards, gratitude, respect to elders, Relationship only want this..... So make these 3 planet strong.....

You can achieve big success/position and wealth in life with help of Moon/Venus/mercury/Saturn/Rahu/Mars/ketu planets, but how much time success will retain with you it can seen by Sun & Jupiter position, that decides how long the success will last. If these planet is not good, then one fall down after reaching a high position

Interesting quote received: No one can rise suddenly in the world, not even the sun

अब लो ये भी फसबूकिया जलवा :: अब ये अफवाह कौन फैला रहा है कि 'राहु' और 'केतु' ने कलयुग में.... . . . . राहुल और केजरी का रूप लिया है।
अगर ज़िन्दगी में कुछ पाना हो (स्थिरिता के साथ) तो गाड़ी नहीं पहले गियर बदलो
Today one guy came for Horoscope reading and told me that in 5 year 4 profession he changed and said he don't like to stay with one profession.After telling his best career line i suggest him above line, So, i think i need to share with you guys also.

संघर्ष में आदमी अकेला होता है,
और सफलता में दुनिया उसके साथ होती है
यही दुनिया का रिवाज़ है 
यही ज़िन्दगी का साज़ है
For contact or consult me:
astrobhatt10@gmail.com

Regard’s,
Bhatt Prateek 
+919620164207